राजपुत्र का समास विग्रह? Rajaputr ka samaas vigrah?


सवाल: राजपुत्र का समास विग्रह?

तत्पुरूष समास में दोनो पदो का संबंध विभक्ति से दिखाया जाता है तथा पूर्वपद के विभक्ति का लोप होता है। राजपुरुष इस सामासिक पद में षष्ठी इस सूत्र  से राज्ञः पुरुषः यह समास विग्रह होता है। तत्पुरुष समास वह होता है जिसमें उत्तरपद प्रधान होता है अर्थात प्रथम पद गौण होता है एवं उत्तर पद की प्रधानता होती है व समास करते वक़्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है। इस समास में आने वाले कारक चिन्हों को, से, के लिए, से, का, के, की, में, पर आदि का लोप होता है।

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