सार लेखन और भाव पल्लवन में क्या अंतर है?


सवाल: सार लेखन और भाव पल्लवन में क्या अंतर है?

भाव पल्लवन — विशेष विस्‍तार या हम अति विस्तार जो की  हमारे गद्य,श्लोक,पद्य, कथा आदि की पूरी तरह से व्‍याख्‍या करना जैसे कोंपल फूटना पैडो पर पनपना पोषण करना ।

सार लेखन — किसी  गद्य या पद्य में लिखित किसी भी प्रकार का भाव बहुत कम शब्दों में लिखना 
जैसे: मुख्‍याभिप्राय ,तत्त्व लेखन, निचोड़, कथन आदि से निकलने वाला मुख्‍य अभिप्राय होता है।

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