आचार्य भरतमुनि के अनुसार रस की परिभाषा लिखिए? Acharya Bharatmuni ke anusar ras ki paribhasha likhiye
Wednesday, April 13, 2022
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सवाल: आचार्य भरतमुनि के अनुसार रस की परिभाषा लिखिए?
आचार्य भरतमुनि के अनुसार रस की परिभाषा विभाव, अनुभाव और व्यभिचारी भाव के संयोग से रस की उत्पत्ति होती है। साथ ही आपको बता दे की भरतमुनि ने रसों की संख्या आठ मानी है। श्रृंगार, हास्य, करुण, रौद्र, वीर, भयानक, वीभत्स, अद्भुत। दण्डी ने भी आठ रसों का उल्लेख किया है।
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