सामंतवाद से क्या तात्पर्य है? Samantvad se kya tatparya hai?


सवाल: सामंतवाद से क्या तात्पर्य है?

सामंतवाद से तात्पर्य ऐसी प्रणाली से हैं, या ऐसे ही सामाजिक व्यवस्था है, जिसमें की स्थानीय शासक उन शक्तियों और अधिकारों का उपयोग करते थे, जो कि उन्हें राजा अथवा सम्राट से प्राप्त होती थी। यह सामाजिक व्यवस्था मध्ययुगीन शासकीय प्रणाली व्यवस्था थी, जो कि अब पूर्ण रूप से खत्म हो चुकी है। सामाजिक दृष्टि से समाज को प्रमुख दो वर्गों में विभक्त किया गया था। एक सत्ता और अधिकार संयुक्त राजा और उनके संबंध थे तथा दूसरे अधिकारों से वंचित किसान और दास थे।

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