मानसरोवर से कवि का क्या आशय है? Manasarovar se kavi ka kya aashay hai?


सवाल: मानसरोवर से कवि का क्या आशय है? 

कवि का मानसरोवर से आशय मनुष्य के मन को कहा है। जिसमें की मनुष्य का मन मानसरोवर के पवित्र रूप की तरह है। जिसमें कि मनुष्य को केवल स्वच्छ विचारों की जल भरा रहता है। स्वच्छ जल में जीवात्मा रुपए अंश प्रभु भक्ति में लीन होकर हमेशा स्वच्छंद रूप से मुक्ति रूपी में लिप्त रहता है। वह मानसरोवर को छोड़कर अन्यत्र कहीं नहीं जाना चाहते थे। इसी तरह मनुष्य के मानसरोवर मन में जो अच्छे भाव हैं, उनको हमेशा कभी ना छोड़ने की बात की है।

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