सवाल: हास्य रस की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए?
जब किसी भी वस्तु या व्यक्ति की साधारण वेशभूषा, आकृति, वाणी एवं सृष्टि को देखकर हृदय में जो आनंद का भाव पैदा होता है, उसे ही हास कहा जाता है। और यही याद जब अनुभव और संचारी भावों से पुष्ट हो जाता है तो उसे ही हम हास्य रस कहते हैं।
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